आज के समय में SIP में निवेश तेजी से बढ़ रहा है, क्योंकि यह ज्यादा रिटर्न पाने का एक अच्छा तरीका माना जाता है. म्यूचुअल फंड में लचीली निवेश प्रणाली भी निवेशकों को आकर्षित करती है. आमतौर पर लॉन्ग टर्म निवेश पर 10 से 12 % का रिटर्न मिल सकता है, लेकिन यह तय नहीं है, क्योंकि रिटर्न बाजार की स्थिति पर निर्भर करता है.
अब जानते हैं कि अगर हर महीने 2000 रुपये की SIP करें, तो 5 साल में कितना रिटर्न मिल सकता है. इसके लिए संभावित गणना क्या हो सकती है. इसलिए आर्टिकल को जरूर पढिए.
2000 रु का निवेश एवं 5 साल का रिटर्न
SIP में निवेश पूरी तरह सुरक्षित नहीं है, क्योंकि यह सीधे बाजार से जुड़ा होता है. इसका रिटर्न बाजार की स्थिति पर निर्भर करता है. फिर भी ज्यादा रिटर्न की चाह में लोग इसमें निवेश करते है.
मान लीजिए किसी व्यक्ति ने हर महीने 2000 रुपये की SIP शुरू की और 5 साल तक निवेश किया. इस दौरान उसने कुल 1,20,000 रुपये जमा किए. अगर इसका 12% का रिटर्न मिलता है, तो 5 साल में उसे लगभग 44,973 रुपये का रिटर्न मिलेगा.
जमा राशि और रिटर्न मिलाकर कुल लगभग 1,64,973 रुपये वापस मिल सकते है.
10 फीसदी रिटर्न
अगर रिटर्न बाजार के कारण कम होकर 10% पर आ जाता है, तो रिटर्न की राशि भी कम हो जाएगी. ऐसी स्थिति में 5 साल में 1,20,000 रुपये के निवेश पर लगभग 36,165 रुपये का रिटर्न मिल सकता है. जमा और रिटर्न को मिलाकर कुल फंड लगभग 1,56,165 रुपये होगा. लेकिन ध्यान रखें, SIP में रिटर्न फिक्स नहीं होता, क्योंकि यह बाजार में निवेश पर आधारित है. बाजार में उतार-चढ़ाव का असर रिटर्न पर भी पड़ता है, जिससे इसमें बदलाव होता रहता है.
SIP में क्या जोखिम है
शेयर बाजार कभी स्थिर नहीं रहता, और SIP सीधे इस बाजार से जुड़ा होता है, इसलिए इसका रिटर्न भी स्थिर नहीं हो सकता. एक्सपर्ट SIP में लंबे समय के लिए निवेश करने की सलाह देते हैं, क्योंकि इससे जोखिम यानी Risk थोड़ा कम हो सकता है.
अगर बिना सोच-समझे और फंड की पूरी जानकारी के निवेश किया जाए, तो नुकसान होने का खतरा ज्यादा होता है. इसलिए निवेश करने से पहले फंड के पिछले कुछ सालों के रिटर्न देखना जरूरी है. साथ ही फंड मैनेजर की परफॉर्मेंस और अन्य जरूरी जानकारी लेना भी आवश्यक है.